जन्माष्टमी 2022

19 अगस्त जन्माष्टमी शुक्रवार हल्दी का स्वास्तिक और 1 मोरपंख का दिव्य उपाय करें – पंडित प्रदीप जी मिश्रा

श्री शिवाय स्तुभ्यम नम “।
।।हर हर महादेव।।
आज 18 अगस्त और कल 19 अगस्त यानी दोनो ही दिन भाद्र पद मास के अष्टमी तिथि  है।आपको चार हल्दी की स्वस्तिक और एक  मोर पंख से अचूक उपाय करना है।
गुरुदेव की ये कथा सुनके समझाने का पूरा प्रयास करूंगा।
ये उपाय 18 तारिक को रात्रि 12 बजकर 3 मिनट से लेकर 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगी।नही हो तो 19 तारिक को 11 बजे से पहले ही कर सकते हैं।सुबह से शाम तक आप कर सकते हैं।ये उपाय बहुत आसान है जहा पर कृष्ण जी बार होती है वहा पर तुलसी की बात होगी ।
जहा पर कृष्ण जी की बात होगी वहा मोर पंख की बात होगी।जो अपने मस्तक पर धारण किया है।
आपको हल्दी पाउडर लेना है और उसमे जल लेना है।
वो जल गंगा जल या कृष्ण के अभिषेक वाला जल भी मिला सकते हैं।उसके बाद आपको एक मोर पंख लेना है।
पहले आप अपने घर में हल्दी का  स्वास्तिक
स्वास्थिक बनाना है।
“ओम क्लेम कृष्णाय नम”
इस मंत्र का जाप करके स्वास्थिक बनाना है।
दूसरा स्वास्थिक घर के मुख्य द्वार पर बनाना है।
“ओम कल्नी कृष्णाय नम “। का 11 बार जाप करना है
तीसरा स्वास्थिक आप घर की रसोई में बनाना है।
पानी का मटका  पास बना भी बना सकते हैं।
चौथा स्वास्थिक घर में जहा धन पास भी बना सकते हैं।
सभी स्वास्तिक बनाते समय आप इस मंत्र का जाप करना है।उसके बाद आप एक छोटा मोर पंख लेना है उस पर एक तिलक लगाना है। इस मोर पंख से कृष्ण  या विष्णु जी के मूर्ति पर हवा डालना है । हवा डालते समय आपको
“ओम क्लेम कृष्ण नम” का जाप करना है। बाद में चारो स्वास्थीक के उपर फेरना है। फिर इस मोर पंख को घर के मंदिर या होल में रख सकते है। इस उपाय करने से घर में घन की कमी नहीं होगी ।
“श्री शिवाय नम स्तिभ्यम “
।।हर हर महादेव।।


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