
कथा के दौरान गुरूजी के पास आया चमत्कारी पत्र – pandit pradeep ji mishra
श्री शिवाय नमस्तुभयम
परम् पूज्य गुरुदेव के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम..
गुरुदेव मैं महाकाल बाबा का चमत्कार और रुद्राक्ष का जल, बेल पत्र खिलाने का फायदा क्या होता है। उसे किस प्रकार वर्णन करू मेरे पास शब्द नहीं। मेरे भांजे को नई जीवनदान मिला बाबा की असीम कृपा से। मेरे भांजे को जहरीले सर्प ने 2 बार कांट लिया था वो भी 2 अलग अलग जगह को और भांजा को चक्कर चक्कर लगाने लगा। मेरा परिवार को समझ नहीं आया क्या किया जाए वो भी रात 8 बजे गया था। महाकाल बाबा को विनय करके घर के पास में शिवालय है वहा गया और विनती किया बाबा तेरे बेटे के परिवार को कुछ समझ नही आ रहा मैं क्या करे। किसके पास जाए कहा जाए। कृपा करो आपके सरण में विश्वास के साथ आया हु। क्युकी मैने सुना है आज तक कोई भी तेरे दर से कभी खाली नही गया है, आपके भक्ति पर विश्वास करके तेरी शरण में आया हु। तू कालो के काल महाकाल है । काल का हरण करने वाले महाकाल हो मेरा पूरा परिवार की आस और विश्वास आप हो। बाबा की कृपा से 1 बेलपत्र और रूद्राक्ष को जल में डालकर अपने भांजा का नाम गोत्र बोलकर बाबा का जल अभिषेक करके जल को घर लाया और जल को श्री शिवाय नमस्तुभायम मंत्र जाब करके पीला दिया। बाबा महाकाल के दरबार से भस्म लाया था उसे खिलाया और त्रिकुंड लगा दिया। उसके बाद उसे 10 मिनट में पूर्ण आराम मिल गया और ठीक हो गया । मै बाबा का कृपा का वर्णन कैसे करू मैं कही कुछ काम से जा रहा था। मुझे किसी बाबा ने रास्ते में रुकवाया और एक रुद्राक्ष दिया। शायद मेरे संभू को पता था मेरे परिवार को रुद्राक्ष की जरुरत पड़ेगा इसलिए बाबा ने मुझे रुद्राक्ष दिया था। किसी Dr के पास जाने की जरूरत पड़ी नही पड़ी और न ही किसी के सामने हाथ फैलाने दिया इससे बड़ी कृपा क्या होगी। भोलेनाथ की कृपा से मेरा परिवार स्वस्थ और प्रसन्न है।
मैंने पिछले 4,5 सालों से अनुभव करते हुए आ रहा हु। बाबा की असीम कृपा है। बाबा ने मेरे परिवार का हाथ थाम लिया है ।
भालेनाथ दया करना मैं तेरे भरोसे हूं।
