
22 मई जेष्ठ भानु सप्तमी बड़ा रविवार – अर्ध्य के लौटे में डाल दे बस 1 चीज – होगे सारे काम
22 मई को रविवार है और सप्तमी तिथि है । जेष्ठ मास की कृष्ण तिथि सप्तमी यानी भानु सप्तमी जो कि भगवान सूर्य को समर्पित होती है । रविवार का दिन भी भगवान सूर्य को समर्पित होता है। और जेष्ठ माह में सूर्य देव की आराधना का भी अत्यधिक महत्व है । बहुत ही शुभ संयोग है , दुर्लभ योग है कि तीनों एक ही साथ , एक ही दिन है। तो आप को सूर्य देव को अर्ध्य देना है भानु सप्तमी के दिन अगर आप सूर्य देव को अर्ध्य देते हैं तो इससे आपके जीवन में दुख , रोग और पाप नष्ट हो जाते हैं । सूर्य देव की कृपा से धनधान्य , वंश और सुख में वृद्धि होती है।और इस दिन कई शुभ संयोग का भी निर्माण हो रहा है द्विपुष्कर योग भी है, इंद्र योग भी है , और धनिष्ठा नक्षत्र भी है ।
उपाय यह है कि कुछ विषय चीजें जल के लोटे के अंदर जरूर डालें । सबसे पहले आपको यह करना है कि आप जब भी स्नान करेंगे तब आपको एक चुटकी कुमकुम डालकर स्नान करना चाहिए क्योंकि जिससे आपके जीवन में तेज की वर्दी हो । हो सके तो आप को लाल वस्त्र पहनना चाहिए। और बाद में आपको तांबे के बर्तन के अंदर आपको जल भरना है और बाद में आपको उस भरे हुए जल के बर्तन को भगवान यहां आपके मंदिर के सामने रखना है , और उस तांबे के बर्तन में आपको लाल फूल, चावल के 3 दाने, लाल मसूर के 3 दाने या कुमकुम की तीन चुटकी यानी कि आपके घर में जो भी इन पदार्थों में से हैं उनमें से कोई एक पदार्थ उस तांबे के बर्तन में डालें दें। अगर आपके घर में यह चीजें नहीं है तो कम से कम एक छोटा सा गुड़ का टुकड़ा और तांबे के बर्तन में जरूर डाल दे।
देखिए रविवार को शुभ संयोग है , इसी संयोग में अगर आप सूर्यदेव को अर्ध्य देते हैं तो आपकी किस्मत बदल सकती है।और अब उस जल के पात्र को उठाना है और सबसे पहले सूर्य को प्रणाम करना है और साथ में सूर्य देव को अर्ध्य देते समय ” ऐही सुर्य सहस्त्राशो तेजो राशि जगत्पते।अनुकम्पय मां भक्त्या ग्रहणाघर्य दिवाकर” ।।
सूर्य को जल चढ़ाते समय इस मंत्र को आपको तीन बार जाप करना है।
और अब आप को सूर्य देव के 12 मंत्रों का जाप करना है तो इस प्रकार है
1 : ओम् मित्राय नमः
2 : ओम् रवये नमः
3 : ओम् सूर्याय नमः
4: ओम् भानवे नमः
5: ओम् खगय नमः
6: ओम् पुष्णे नमः
7: ओम् हिरण्यगर्भाय नमः
8: ओम् मारिचाये नमः
9: ओम् आदित्याय नमः
10: ओम् सावित्रे नमः
11: ओम् आर्काय नमः
12: ओम् भास्कराय नमः
यह 12 सूर्य मंत्रों का जाप करना है और सूर्य मंदिर के 5 बार आपको परिक्रमा करनी है जिससे आपके व्यापार तथा घर की प्रत्येक समस्या का समाधान आसानी से पूरा हो जाएगा।