
17 अप्रैल हरिद्वार कथा- गुरूजी ने बताया बड़ी से बड़ी बिमारी को दुर करने का नया उपाय :-
17 अप्रैल शिवमहापुराण कथा में गुरु जी ने बड़ी से बड़ी बीमारी के लिए एक उपयोगी की जानकारी दी, जो इस प्रकर है कैंसर जैसी बिमारी में भी आप अगर शिव की पूजा अर्चना करते हो तो आपको लाभ दिखना जरूर शुरू हो जाएगा यह लाइन बोले के बाद गुरु जी ने गजियाबाद का एक पत्र पढ़ा जो इस प्रकार है –
पत्र में लिखा हुआ है कि – गुरु देव पशुपति नाथ व्रत की कृपा, मेरे पति की पीठ पर एक गांठ थी जो बड़ी होती चली जा रही थी, पता भी नहीं चला, दर्द किया तब डॉक्टर को दिखाया, सबको बताया, सभी ने कहा कि यह बिमारी तो बड़ी होती जा रही है , सभी ने नकारात्मक बाते कही जिसके कारण हम और ज्यादा डर गए इसके बाद मैंने शिव का जल – मतलब शिवलिंग पर जल चढाकर जलाधारी से आने के बाद उस जल को प्राप्त करने के बाद उस जल को ग्रहण अपने पति को करवाया। तथा रुद्राक्ष का जल – रुद्राक्ष को जल में दुबोकर थोड़ी देर रखने के बाद रुद्राक्ष को हटाकर उस जल को अपने पति को ग्रहण करवाया और शिव की इतनी कृपा रही कि कुछ दिन बाद देखा तो सारी गांठ गल चुकी थी ।
इस कारण कोई भी बड़ी से बड़ी बिमारी हो, अगर पूरे मनोयोग से निस्वार्थ भाव से पूर्ण विश्वास के साथ में अगर कोई व्यक्ति शिव से कुछ मांग लेता है तो शिव उसकी मांग जरुर पुरी करते है बस विश्वास होना चाहिए , भगवान शिव का नाम लेकर कोई भी उपाय कर लो , मन में विश्वास धारण कर के तो शिव जरुर सुनता है ।
( नोट – यह उपाय पंडित प्रदीप जी मिश्रा जी द्वारा 17 अप्रैल को , हर की पौड़ी शिवपुराण कथा के दौरान बताया गया था )
श्री शिवाय नमः स्तुभ्यम
