सावन उपाय

सावन महीने में करे धन प्राप्ति का यह दिव्य उपाय | sawan shiv upay pandit pradeep ji mishra

सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और इसलिए महीने में भगवान शिव के कुछ उपाय भी करने चाहिए। भगवान शिव की पूजा के साथ किए गए ये उपाय मनुष्य को जीवन में स्थिरता के साथ सुख-समृद्धि की प्राप्ति कराते हैं। शिवपुराण में कुछ ऐसे उपाय लिखें हैं, जिसे यदि सावन के महीने में किए जाएं तो वह फलीभूत भी होते हैं और उसके सकारात्मक परिणाम भी मिलते हैं। धन, स्वास्थ्य और मानिसक शांति के लिए इन उपायों को सावन के महीने में अपना कर आप भी अपना भाग्योदय कर सकते हैं।

सावन माह उपाय ( sawan upay in Hindi )

▪️आर्थिक संकट को दर करने के लिए पूर्व दिशा में बैठ कर सात कौड़ियां व एक लघु शंख को मसूर की दाल पर स्थापित कर दें। अब मूंगे की माला से “ऊँ गं गणपतये नम:” मंत्र का जप करें. पांच माला इस मंत्र को जपने के बाद आप सारी ही सामग्री को किसी निर्जन स्थान में दबा दें।

▪️यदि आपके वैवाहिक जीवन में कलह हो या विवाह में अड़चन आ रही हो तो आप मिट्टी के शिवलिंग बनाएं और उस पर केसर या हल्दी मिला दूध चढ़ाएं। ऐसा करने से आपके वैवाहिक जीवन में सुख आएगा और विवाह योग्य लोगों के लिए बेहतर रिश्ता भी मिलेगा।

▪️मनचाही इच्छा को पूरी करने के लिए आपको सावन के महीने में रोज सूर्योदय से पूर्व उठना होगा और नहाने के पश्चात भगवान शिव का जलाभिषेक करना होगा। जल में काले तिल को डाल कर जलाभिषेक करें और “ऊँ नम: शिवाय” मंत्र का जाप यथा शक्ति जितना हो सके करें।

▪️सुख और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए सावन में प्रतिदिन 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से “ऊँ नम: शिवाय” लिखकर उसे शिवलिंग पर चढ़ाएं।

▪️घर पर लगी बुरी नजर को दूर करने के लिए सावन महीन में गरीब और दीनदुखियों को दान करें और भोजन खिलाएं। इससे घर में अन्न की भी कभी कमी नहीं होगी।

▪️घर या परिवार में यदि मतभेद हो या मनमुटाव रहता हो तो सावन के महीने में घर में रोज गौमूत्र का छिड़काव करें। साथ ही गुग्गल की धूप दें. संकट और दुर्घटनाओं से बचने के लिए सावन में रोज बैल को हरा चारा खिलाएं और गाय को रोटी खिलाएं। इससे घर में सुख-समृद्धि का वास होगा।

आय बढ़ाने के लिए करे ये उपाय ( dhan upay sawan )


सावन माह के किसी भी दिन घर में पारद शिवलिंग की स्थापना कर लें। आप इसकी यथाविधि पूजा करें। अब “ऊं ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नम: शिवाय:” मंत्र का 108 बार जप करें। प्रत्येक मंत्र के साथ बेल पत्र पारद शिवलिंग पर चढ़ाएं। बिल्वपत्र के तीनों दलों पर लाल चंदन से क्रमश: ऐं, ह्री, श्रीं लिखें। अंतिम 108वां बिल्वपत्र को शिवलिंग पर चढ़ाने के बाद निकाल लें। इसे आप अपने पूजा स्थान पर रखें और रोजाना उसकी पूजा करें। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और साथ ही घर नकारात्मक शक्तियों से बचा रहता है।

जलाभिषेक

इस पवित्र महीने में रोजाना शिव जी की मूर्ति या शिवलिंग पर जल अर्पित करना बहुत ही शुभ होता है। हालांकि आप साल के हर दिन भी जलाभिषेक कर सकते हैं। समुद्र मंथन के समय जब भोलेनाथ ने विष का प्याला पिया था तब उनका कंठ नीला हो गया था। तब उस विष की गर्मी को शांत करने के लिए सभी देवी देवताओं ने उन्हें जल अर्पित किया था। शिव पुराण के अनुसार शिव जी खुद ही जल है।

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