
शिव पुराण के महाउपाय , सारे दुखों का होगा नाश , मां नर्मदा शिवपुराण कथा उपाय:-
शिव पुराण में भगवान शिव के अवतारों, शिव महिमा, शिव भक्ति और शिव के संपूर्ण जीवन चरित्र के बारे में बताया गया है। इस पुराण में इंसान के कार्य व्यवहार और सृष्टि से जुड़ी रहस्यमयी बातों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। शिव पुराण के अनुसार, भगवान शिव की पूजा करने वाले व्यक्ति को जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती और महादेव हमेशा अपने भक्तों के लिए उपलब्ध रहते हैं। महादेव केवल त्रिदेवों में से एक देवता नहीं हैं बल्कि वह पंचदेवों के प्रधान, अनादि और निगमागन भी हैं। शिव पुराण में भगवान शिव को प्रसन्न करने और समस्याओं से मुक्ति के बारे में कुछ उपाय भी बताए गए हैं। इन उपायों के करने से न सिर्फ धन संबंधित परेशानी दूर होती हैं बल्कि सभी पाप भी नष्ट हो जाते हैं। ये उपाय इतने सरल हैं कि आप इनको आसानी से कर सकते हैं। आइए जानते हैं शिव पुराण के इन उपायों के बारे में…
इस उपाय से दूर होती है कर्ज की समस्या:-
शिव पुराण के अनुसार, धन संबंधित समस्या से मुक्ति के लिए हर रोज शिवलिंग पर जल में अक्षत यानी चावल मिलाकर अर्पित करें। सोमवार के दिन शिवजी पर एक वस्त्र चढाकर उसके ऊपर अक्षत रखकर समर्पित करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है और अच्छे मार्ग से धन संग्रहित होता है। साथ ही इस उपाय से कर्ज की समस्या से भी मुक्ति मिलती है।
इस उपाय जीवन की सभी अड़चन होती हैं दूर:-
हर रोज जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करने से सभी पाप नष्ट होते हैं और जीवन की सभी अड़चन दूर होती हैं। साथ ही यह उपाय अशुभता को कम करके शुभता की ओर लाता है, जिससे जीवन में सभी तरह के आनंदों की प्राप्ति होती है।
इस उपाय से सुख-सुविधाओं की होती है वृद्धि:-
शिवलिंग पर जल में जौं मिलाकर अभिषेक करने से सुख-सुविधाओं में वृद्धि होती है और पितरों का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। शिव पुराण में कथन मिलता है कि गेहूं से बने पकवान से शंकरजी का भोग लगाना उत्तम माना गया है। साथ ही गेहूं के दान से कुल में वृद्धि होती है और परिवार के सदस्यों के बीच आपसी प्रेम बना रहता है। घर में नकारात्मक माहौल सकारात्मक में बदल जाता है।
इस उपाय से धन संपत्ति की होती है प्राप्ति
जीवन में सुख-समृद्धि और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए हर रोज रात में 11 से 12 बजे के बीच शिवलिंग के सामने एक दीपक लगाएं। ऐसा करने से धन संपत्ति और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इस उपाय के पीछे एक कथा भी है, जिसमें एक व्यक्ति रात के समय शिव मंदिर से अंधकार दूर करने के लिए अपनी कमीज जला देता है, जिससे प्रसन्न होकर उस व्यक्ति को अगले जन्म में शिव कुबेर देव का पद दे देते हैं।
इस व्रत से सभी मनोकामना होती हैं पूरी:-
शिव पुराण के अनुसार, सभी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए पांच सोमवार पशुपतिनाथ का व्रत करना चाहिए। यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है और यह प्रदोष व्रत की तरह ही किया जाता है। इस व्रत में सुबह और प्रदोष काल में शिवजी की पूजा की जाती है। यह व्रत सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला और संकट से मुक्ति प्रदान करने वाले बताया गया है।
