
26 मई गुरुवार “अपरा एकादशी” पर सूर्यदेव के अर्ध्य के लोटे में डाल दे 2 चीज बदल जायेगी किस्मत
26 मई गुरुवार के दिन एकादशी है। एकादशी अपार धन देने वाली एकादशी मानी जाती है। एकादशी के दिन सूर्य भगवान को अर्घ्य लेते समय कुछ विशेष चीजें डालनी है।
बड़ा आसान सा उपाय है। गुरुवार के दिन दुर्लभ योग है , गजकेसरी योग व आयुष्मान योग है। जेष्ठ के पवित्र महीना में सूर्य देव हनुमानजी की आराधना करनी चाहिए।इसलिए आपको एकादशी पर सूर्य भगवान को अर्घ्य देना है। एकादशी के दिन अगर आप कुछ विशेष चीजें डालकर अगर आप सूर्य भगवान को अर्घ्य देते हैं तो इससे आपकी किस्मत चमकती हैं। क्योंकि जिससे आपके ऊपर सूर्य देव की कृपा होती है जिससे आप का तेज बढ़ता है।अगर आपका तेज बढ़ता है तो आप के दसों दिशाओं से जो भी विघन आ रहे हैं वह पहले से ही दूर हो जाते हैं। जब आप आज स्नान करो तब आप पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करना है अगर हो सके तो पीले रंग का वस्त्र पहनकर स्नान करें। स्नान करने के बाद आपको तांबे के पात्र में जल भरना है और उसमें लाल मसूर की दाल के 3 दाने आप को डालना है।अगर घर में लाल मसूर की दाल नहीं है तो एक चुटकी कुमकुम या गुड़ भी डाल सकते हैं।ध्यान रखें कि आज के दिन आप को पुजा में चावल का उपयोग नहीं करना है।अगर आपके पास कुछ भी नहीं है तो कम से कम एक छोटा सा गुड का टुकड़ा भी डालें।अब आपको घर से बाहर आकर सूर्य भगवान के सामने आना है, और सूर्य भगवान को अर्ध्य देना है।
सूर्य देव को अर्ध्य देते समय ” ऐही सुर्य सहस्त्राशो तेजो राशि जगत्पते , अनुकम्पय मां भक्त्या ग्रहणाघर्य दिवाकर।।” इस मंत्र के साथ आपको सूर्य भगवान को अर्घ्य देना है।
सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के बाद सूर्य के 12 मंत्रों का जाप करना है।
1 : ओम् मित्राय नमः
2 : ओम् रवये नमः
3 : ओम् सूर्याय नमः
4: ओम् भानवे नमः
5: ओम् खगय नमः
6: ओम् पुष्णे नमः
7: ओम् हिरण्यगर्भाय नमः
8: ओम् मारिचाये नमः
9: ओम् आदित्याय नमः
10: ओम् सावित्रे नमः
11: ओम् आर्काय नमः
12: ओम् भास्कराय नमः ।
अगर आप इन बार हेमंत रुका जाप नहीं कर सकते है तो ओम सूर्य नमः का जाप जरुर करे।
हम आपको सूर्य मंदिर के चारों ओर 5 बार परिक्रमा करनी है। अगर कभी भी एकादशी गुरुवार के दिन आए तो यह उपाय जरूर करें और शिव जी भगवान को अर्घ्य जरूर दें।
