
कथा में बच्चे के प्राण चले गए शिव की कृपा से हुआ पुनः हुआ जीवित , गुरूजी के पास आया अनोखा पत्र :-
पंडित प्रदीप जी मिश्रा जी की हर की पौड़ी शिवपुराण कथा में एक पत्र गुरूजी ने पढ़ा जिसमे शिव की कृपा से एक मृत बच्चा जीवित हो गया पत्र में लिखा था कि –
शिवमहापुराण की कथा आपके श्री मुखारविंद से टीवी चैनल के माध्यम से सुनते है , में मेरी पत्नी हम मन्दिर रोज जाते है एक दिन मेरा पुत्र जिसका नाम सोर्यपुत्र है वो भी साथ गया एकदम पता नही क्या हुआ मेरा पुत्र नीचे गिर गया हमने सोचा बेहोश हुआ है उस पर पानी छिटका गया लेकिन थोड़ी देर बाद देखा की उसका पुरा शरीर सफेद हो गया है हम सारे रोने लग गए , हम चकित रह गए खूब रोना धोना मच गया , मंदिर में सब कुछ किया गया लेकिन प्राण वापस नही आए , फिर गुरुदेव मंदिर में एक महिला शिव भगवान की पूजन करके जल चढ़ा रही थी उसके कानो में आवाज में रोने की आवाज गई फिर उस महीला ने शंकर पर चढ़ा हुआ जल हाथ में लेकर “श्री शिवाय नमः स्तुभ्यम ” मंत्र का उच्चारण करते हुए मेरे बेटे के उपर जैसे ही मंत्रोचारित जल डाला मेरे बेटे ने नेत्र खोल दिए , हम सब चकित रह गए , लेकिन शिव की कृपा इतने बरसी की मेरा बेटा पुनः जिंदा हो गया , श्री शिवाय नमः स्तुभ्यम गुरूजी
( नोट – यह पत्र पंडित प्रदीप जी मिश्रा जी द्वारा 15 अप्रैल को , हर की पौड़ी शिवपुराण कथा के दौरान पढ़ा गया था )
